Last updated on December 18th, 2021 at 07:59 am
वर्ण विचार [ orthography]
बोलते समय हमारे मुख से ध्वनियाँ निकलती है। इन ध्वनियों का लिखित रूप वर्ण कहलाता है। वर्ण भाषा की सबसे छोटी इकाई है।
वर्णो का व्यवस्थित समूह वर्णमाला कहलाता है। हिंदी वर्णमाला मई अ से ह तक 44 वर्ण है।
हिंदी वर्णमाला में 2 प्रकार के वर्ण है ।
१) स्वर [11]
२) व्यंजन [33]
स्वर :- स्वरों का उच्चारण स्वतंत्र रूप से किया जाता है। हिंदी भाषा में इनकी संख्या ग्यारह है। स्वर के तीन भेद होते है।
ह्रस्व स्वर :- इनके उच्चारण में काम समय लगता है। ये चार है। जैसे :- अ, इ, उ, ऋ
दीर्घ स्वर : – इनके उच्चारण में ह्रस्व स्वरों के उच्चारण से दुगना समय लगता है। ये सात है – जैसे- आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ |
प्लुत स्वर :- इनके उच्चारण मई स्वरों के उच्चारण से ज्यादा समय लगता है। जैसे ओऽऽम्। इसका चिह्न (ऽ) है।
मात्राएँ
स्वरों के लिए निर्धारित चिन्ह मात्राएँ कहलाते है। ‘अ’ के अतिरिक्त सभी स्वर , व्यंजनों के साथ जुड़कर मात्राओं का रूप ले लेते है।