Last updated on September 20th, 2023 at 02:54 pm
Story of Tortoise and Swan in Hindi
Story of Tortoise and Swan in Hindi
एक तालाब में एक बातूनी कछुआ रहता था। उस तालाब के पास मैं दो हंस भी रहते थे,कछुआ और दोनों हंस बहुत अच्छे दोस्त थे। वो हंस कछुए को हमेशा बहार की दुनिया कहानियां सुनाया करते थे क्योंकि वे लम्बी-लम्बी यात्राएं किया करते थे। वो बताते थे कि आसमान से नीचे देखने पर धरती कितनी सुन्दर लगती है।
कछुआ के मन मे भी बादलो मे घूमने की इच्छा हुई ,उसने हंसों से कहा की मुझे भी बादलो मे घूमना है लेकिन मे तो घूम नहीं सकता क्या तुम मेरे लिए कोई तरकीब निकल सकते हो।
हंसो ने कहा की वो इस बारे मे जरूर कुछ सोचेंगे , उसके बाद हंस एक छड़ी लेकर आए और कछुए से कहा कि उसे बीच से मुंह से पकड़ ले। हंसों ने कहा वे उस छड़ी को दोनों तरफ से अपनी चोंच से पकड़ लेंगे और कछुए को लेकर आसमान में उड़ जाएंगे।
उड़ने से पहले उन्होंने कछुए से कहा की भूल कर भी अपना मुँह मत खोलना नहीं तो सीधे जमीं पर आ गिरोगे।
इस तरह से कछुए की बदलो मे घूमने की इच्छा पूरी हुई और पलक झपकते ही वे हंस बदलो मे उड़ गए । कछुए तो कभी तालाब से बहार निकला ही नहीं था तो उसके लिए यह सब कुछ नया था।
थोड़ी देर बाद वो लोग एक गाओं के ऊपर से उड़ रहे थे और गाओं के लोगो ने उन्हें बड़े आश्चर्य से देखा क्यूंकि उन्होंने कभी उड़ती हुए कछुए को नहीं देखा था।