Last updated on April 8th, 2023 at 08:17 am
हिंदू महाशिवरात्रि को सबसे पवित्र त्योहार मानते हैं।
महाशिवरात्रि का हिंदू त्योहार हर साल फाल्गुन महीने की चतुर्दशी को होता है।
इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव का विवाह हुआ था।
भगवान शिव ने इस दिन समुद्र मंथन से प्राप्त विष को अपने गले में धारण किया था और दुनिया को विनाश से बचाया था।
इस दिन भगवान शिव के मंदिरों को खूबसूरती से सजाया जाता है, और उन्हें दूध या पानी से चढ़ाकर पूजा की जाती है।
माना जाता है कि भगवान शिव बेल के पत्ते, धतूरा, बेर के फल और दूध से प्रसन्न होते हैं
शिव महापुराण के अनुसार, ब्रह्मा और विष्णु ने इस रात को सबसे पहले भोलेनाथ की पूजा की थी।
महाशिवरात्रि साल की 12 शिवरात्रिओं में सबसे काली और सबसे ऊर्जावान होती है।
पौराणिक कथा के अनुसार इस दिन शिव के 64 ज्योतिर्लिंग प्रकट हुए थे, जिनमें से आज केवल 12 ही दिखाई दे रहे हैं।
भोले, शंकर, महादेव, महाकाल, नटराज और कई अन्य नाम भगवान शिव से जुड़े हैं।
महादेव को प्रसन्न करने के लिए किसी कर्मकांड और पूजा आदि की आवश्यकता नहीं होती है, वह थोड़े से प्रसाद में ही प्रसन्न हो जाते हैं, इसीलिए उन्हें भोले बाबा कहा जाता है।